भारत व ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आगाज एडिलेड में गुरुवार को हो रहा है। इस मैच के लिए टीम इंडिया के अंतिम 12 खिलाड़ियों की घोषणा हो चुकी है। मैच में भारतीय टीम को जीत का दावेदार माना जा रहा है। भारतीय टीम के गेंदबाज इस मैच में पिच का फायदा उठाने को बेताब हैं। वहीं ने मैच से एक दिन पहले टीम को बोलिंग अटैक के बारे में बात की। इस दौरान विराट ने ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की कमी को लेकर भी बात की
पिछले कुछ अर्से में मौजूदा इंडियन गेंदबाजी आक्रमण को सबसे संतुलित माना जा रहा है हालांकि पांड्या की गैर मौजूदगी से उस पर प्रभाव पड़ा है लेकिन विराट का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल पिचों पर इस अलावा कार्यभार को बोझ की तरह नहीं देखना चाहिए। पांड्या फिल्हाल कमर की चोट से उबर रहे हैं। क्रिकेट पंडितों का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई पिचें उनकी गेंदबाजी को रास आती हैं।
हार्दिक के न होने से फर्क पड़ेगा, पर ज्यादा नहीं
इंडियन कप्तान ने स्वीकार किया कि ईशांत शर्मा की अगुवाई में चौतरफा तेज आक्रमण को वे अलावा ओवर डालने होंगे जो पांड्या के हिस्से में जाते। उन्होंने पहले टेस्ट से पूर्व कहा, ‘‘ऑलराउंडरके नहीं खेलने से फर्क पड़ता है। हर टीम एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर चाहती है जो फिल्हाल हमारे पास नहीं है। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम सर्वश्रेष्ठ संयोजन लेकर नहीं उतर पा रहे हैं। ऑलराउंडरके नहीं होने से दूसरे गेंदबाजों को अलावा कार्यभार झेलना होगा। हम इस पर बात कर चुके हैं। ’’
चुनौती की तरह लेना होगा पिचों को
ऑस्ट्रेलिया की मुश्किल उछालभरी पिचें व बड़े मैदान गेंदबाज के दमखम की इम्तिहान ले सकते हैं लेकिन कोहली ने बोला कि इसे चुनौती की तरह लेना चाहिए। कोहली ने कहा, ‘‘गेंदबाजों को इसे बोझ की तरह नहीं लेना चाहिए बल्कि चुनौती समझना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुछ भी सरल नहीं होता। हमें स्वीकार करना होगा कि इस समय उपलब्ध संसाधनों से ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। ’’ गौरतबल है कि एडिलेड की पिच ऑस्ट्रेलिया की परंपरागत उछाल वाली पिचों के मुकाबले कम तेज पिच मानी जाती है।
कोहली ने बोला कि उनके गेंदबाजों के पास अनुभव भी है व विविधता भी। उन्होंने कहा, ‘‘पिछली बार की तुलना में इस बार आक्रमण अलग है। अब अधिक अनुभवी व फिट गेंदबाज है।ऑस्ट्रेलिया में पास होने के लिए लंबे समय तक सही दिशा में गेंद डालना महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां दशा बहुत ज्यादा मुश्किल होते हैं। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यहां बहुत ज्यादा गर्मी होगी व पिचें सपाट होंगी क्योंकि कूकाबूरा गेंद को 20 ओवर के बाद स्विंग नहीं मिलती व 45 से 50वें ओवर के बीच रिवर्स स्विंग मिलनी प्रारम्भ होती है। यह बीच का दौर बहुत ज्यादा अहम है। हमें इसका इल्म है व खिलाड़ी बेहतर तैयारी के साथ उतरेंगे। ’’
बोलर्स एक यूनिट की तरह खेलेंगे
कोहली ने यह भी बोला कि उनका हर गेंदबाज पांच विकेट जैसे व्यक्तिगत रिकार्ड पर नहीं बल्कि एक ईकाई के रूप में अच्छी गेंदबाजी पर फोकस कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘कोई छह विकेट लेने के लिए नहीं खेल रहा। सभी का लक्ष्य अच्छे स्पैल डालकर टीम के लिए उपयोगी साबित होना है जो अच्छा इशारा है। ’’